Jaane Kahaa ??? The Revolution
अपडेट:4
गिरनार के खुशनुमा वातावरण मे किशोरीलाल और
राजेश्वरीदेवी दोनो थके हुवे थे और आवाज़ सुनकर जैसे हिप्नोटाइज़ की तरह आवाज़ की और
खिचते चले गये और उस संत को देखकर उसके सामने बैठे हुवे थे। बड़े आश्चर्य से और
बडी विनम्रता से किशोरीलाल ने पुछा,” बाबा आप कौन है, और हमे कैसे जानते है और आप को कैसे पता की हम यहा है और आप
इस बच्चे के बारे मे क्या जानते हो ?”
संत थोड़ी देर मुस्कुराए और फिर बोले,” बेटे इस ब्रह्मांड
के कई पुण्य आत्माए इस पृथ्वी पर जन्म लेना चाहती है, क्यूकी जब वो तपश्चर्या
कर रहे थे तब उसकी पूरी आयु ख़तम हो गयी और उनको इस दुनिया से अवकाश लेना पड़ा। अब
समय आ गया है की उसके पास जो है वो इस समाज मे बाटे और इस समाज के लोग जो तपश्चर्या
के लिए एकांत मे नही जा सकते वो यही इसी समाज मे बैठे बैठे वो सबकुछ पा सके जो की आज
तक संभव नही था। दूसरा कभी मा बाप संतान की पसंदगी नही कर सकता। वे सिर्फ़ परमात्मा
से अच्छी संतान की प्रार्थना कर सकते है। लेकिन एक आत्मा हमेशा उसको जो कार्य या मनोकामना
पूर्ण करनी हो तो वो अपने लिए ऐसे उपयुक्त मा बाप की पसंदगी करता हे जहा उसे अपने अनुकूल
वातावरण पर्याप्त हो सके।”
बाबा की वाणी अस्खलित बह रही थी। दोनो भावविभोर
होकर एकचित सुन रहे थे। “ जैसे एक शराब पीनेवाला मर जाता है और उनकी ये इच्छा अधूरी रह
जाती है तो उसकी आत्मा ऐसा घर और मा बाप ढूँढती है जहा उसे दारू की कोई बँधी ना कर
सके वैसे ही एक पवित्र आत्मा हमेशा ऐसा वातावरण और मा बाप ढूँढती है जहा उसकी तपश्चर्या
आगे बढ सके और उस का लाभ पूरे समाज को मिल सके। तुम्हारी आत्मा एक पवित्र आत्मा है
और तुम्हारी पत्नी की आत्मा तुमसे भी पवित्र है, तुम दोनो के कई जन्मो के अच्छे कर्मो के फल स्वरूप ये आत्मा
तुम्हारे बच्चे के स्वरूप मे आई है। इस पवित्र आत्मा को सामान्य समजने की भूल कभी मत
करना । इस आत्मा ने इस बेटी की कुख को स्वीकार किया इसी से तुम दोनो का जन्म सफल हो
चुका है । लेकिन अभी उपयुक्त समय नही आया है। ये बच्चा तो सिर्फ़ माध्यम है इसे बड़े
जतन से तुम्हे वो वातावरण देना है जिस से उसकी आत्मा तुम लोगो से भी पवित्र होनी है।
क्यूकी आने वाला समय कलियुग का बड़ा ख़तरनाक समय आनेवाला है। इस समय मे एक बच्चे को
अच्छे संस्कार देना बहुत कठिन कार्य होना है। खास करके बेटी तुम्हे बहुत मेहनत करनी
पड़ेगी, क्यूकी अगर ये साथ
नही दे सका तो तुम्हे अकेले इस सफ़र को तय करना है।”
दोनो एकदुसरे को देखते रहे। राजेश्वरीदेवी
ने मौन तोड़ते हुवे पुछा,” बाबा आप कह रहे है की मूज़े अकेले सफ़र तय करना होगा तो क्या…” संत ने बीच मे रोक
कर जवाब दिया,” नही बेटी कोई शंका नही है की तुम्हारे पति की आयुष्य कम होगी, दीर्घायुष्य है उसकी
आयु, लेकिन कुछ अपने पूर्व जन्म के दोष भी तो भोगतने होते है। मे कोई भविष्यावेता नही
हू। मे यहा सिर्फ़ अपने गुरुओ के आदेश से आया हू।”
फिर आँखे बंध कर के और बोले, ” मेरे गुरुओ ने बताया
था के इसी दिन इसी समय तुम लोग मूज़े यहा मिलोगे और मे तुम्हे कुछ बाते बताऊ । बेटी
मैने तुम्हे जो कहा है उसे याद रखो क्यूकी तुम्हारा बेटा अगर जैसा हम संतो ने सोचा
है वैसी आत्मा हुई तो उनकी शादी एक इस से भी पवित्र आत्मा से होनेवाली है और उनदोनो
के संयोग से जो संतान भविष्य मे आनेवाली है वो मेरे गुरुओ मे से ही कोई एक होगा। क्यूकी
समय अभी बहुत है लेकिन अभी से आप को आगाज़ करना हम साधुओ का परम कर्तव्य है।”
राजेश्वरीदेवी ने बड़े प्यार से अपने गोद
मे बैठे हुवे जय की और देखा और बाबा को पुछा,” बाबा, आपका आदेश हमारे सर आँखो पर, लेकिन इस के लायक बच्ची कौन है वो तो आप को पता ही होगा, उसके बारे मे हमे कृपया
कुछ जानकारी दीजिए।”
बाबा ने 2 मिनट के बाद मौन तोड़ा,” वैसे ये भविष्य की
बाते है लेकिन मे आप को थोड़ी जानकारी देता हू। इनके लायक बच्ची तुम्हारे किसी निकट
स्वजन, दोस्त के यहा जन्म
लेनेवाली है।” किशोरीलाल एकदम खुश हो गया,” बाबा आप कही मेरे दोस्त विक्रम की बात तो नही कर रहे है।”
बाबा फिर आँखे बंध करके 2 मीनट के बाद बोले,”बेटे मेरे गुरुओ की
कोई संकेत नही मिल रही है, लेकिन हा इस दोस्त से हमेशा सावधान रहने की सूचना मे तुम्हे
दु ऐसी आज्ञा मूज़े मेरे गुरु दे रहे है।”
दोनो एकदुसरे को देखते रहे। बाबा ने आँखे
खोले और फिर बोले,” बेटे हम साधुओ को सिर्फ़ उस पवित्र आत्मा जो हमारे गुरुओ मे से कोई है उसके जन्म
के लिए उपयुक्त मा बाप और वातावरण मिले उसकी ही चिंता होती है। बाकी इस समाज की घटना
की कोई सूचना हमे नही है, क्यूकी तुमने तुम्हारे दोस्त की बात बताई तो कुछ जवाब नही आया
लेकिन सावधान रहने की सूचना मिल रही है।”
किशोरीलाल बड़े आश्चर्य से देखता रहा और पुछा,” लेकिन बाबा अगर विक्रम
की ही बेटी से मेरे शादी होनी है तो मूज़े उसके साथ संबंध तो रखना ही पड़ेगा ना।”
बाबा मुस्कुरकर बोले,” बेटे हम संबंध जोड़े
और तोड़नेवाले कौन होते है। और मै कहा संबंध तोड़ने की बात कर रहा हू। अगर उसकी बेटी
के साथ ही इस बच्चे की शादी होनी है तो उसे कोई भी नही रोक पाएगा।”
फिर ध्यान मे बैठकर 2 मीनट के बाद बोले,” बेटे एक और सूचना मुज़े
मिल रही है की अपने बेटे को कभी ग़लत नही समजना, उसे भी अपने पिछले जन्मो के कर्मो को भोगतना है। याद रखो तुम
चाहो की न चाहो जो होना है वो तो होना ही है। लेकिन हमे सिर्फ़ कर्म करना है और तुम
दोनो को कर्म करते हुवे सिर्फ़ एक अच्छा माध्यम होना है। दूसरा इस बच्चे की शादी जिसके
साथ होनी है वो जल्द ही इस पृथ्वी पर जन्म लेनेवाली है।”
दोनो ने प्रणाम किया और बोले,”और कोई आदेश बाबा।”
बाबा बोले,” बस और कुछ नही अब प्रस्थान कीजिए मूज़े भी जाना होगा,”
दोनो ने बहुत बिनती को वे उनके घर आए, लेकिन बाबा बोले,”मेरी साधना अभी अधूरी
है। मे हिमालय जा रहा हु ।जब मेरे गुरु आदेश देंगे तो मै फिर आप को मिलूँगा। मेरा आशीर्वाद
तुम दोनो पर हमेशा रहेगा, लेकिन याद रखना कर्मो के फल तो भोगतने ही होते है चाहे भगवान
हो या इन्सान।”
इसके बाद बाबा ने जय को गोदी मे उठाया और
थोड़ी देर आँखे बाँध करके उसके मस्तिष्क पर हाथ रखा और 2 मीनट बाद फिर उसकी मा को वापिस
कर दिया। दोनो खड़े हुवे और प्रणाम करके गुफा के बाहर चले आए और आगे चढ़ना शुरू किया।
करीब 12 बजे के वक़्त वे गुरु दत्तात्रेय पहुचे और बड़ी आदर और आस्था से मन्नत पूरी
की और वापिस उतरना शुरू किया। रास्ते मे फिर दातार रुके और उस गुफा मे गये तो कोई नही
दिखा और ईश्वर का प्रसाद समजकर दोनो वापिस अपने संसार मे खो गये।
इसके बाद किशोरीलाल और राजेश्वरीदेवी की अलग
लाइफ शुरू हुई और वहा जोधपुर मे विक्रम कई राज़ अपने दिल मे छुपाकर मस्त ज़िंदगी जी
रहा था। ऐसे ही 2 साल बीत गये। जब विक्रम को छुट्टी की तकलीफ़ थी तो किशोरीलाल ने सोचा
क्यू ना वे दोनो जोधपुर चले जाए और विक्रम से मिले। दोनो ने टेलिग्राम किया और ट्रेन
पकड़ ली। विक्रम की सच्ची ज़िंदगी अब सामने आनेवाली थी जिसका कोई अंदाज़ा इन दोनो को
नही था।
The story
31-Jan-2022 01:13 AM
Very nicely written
Reply
PHOENIX
31-Jan-2022 01:59 AM
Thanks a lot
Reply
Pamela
15-Jan-2022 05:10 PM
Bahut badhiya kahaani hai
Reply
PHOENIX
15-Jan-2022 05:37 PM
Ya it's full of suspense n thriller. Thanks for replying.
Reply
Sandhya Prakash
02-Jan-2022 11:18 AM
Vikram ka kya role h ab age
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PHOENIX
02-Jan-2022 11:45 AM
It's grey sheded character.
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